शेखावाटी, राजस्थान का एक अर्ध-शुष्क क्षेत्र है, जो अपनी विविध पारिस्थितिकी और सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। अ/ययन में यह पाया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पारंपरिक कृषि पद्धतियाँ, सीमित नगरीकरण और प्राकृतिक संसाधनों पर आधारित जीवनशैली जैव विविधता के संरक्षण में सहायक रही हैं, जबकि शहरी क्षेत्रों में तेजी से होते विकास, भूमि उपयोग परिवर्तन और औद्योगिकरण ने जैव विविधता पर नकारात्मक प्रभाव डाला है। भौगोलिक कारकों जैसे जलवायु, मिट्टी की गुणवत्ता और जल स्रोतों की उपलब्धता ने प्रजातियों के वितरण और अस्तित्व को प्रभावित किया है, वहीं मानव कारक जैसे जनसंख्या घनत्व, संसाधनों का दोहन, तथा स्थानीय संरक्षण प्रयासों ने जैव विविधता की स्थिति को आकार दिया है। यह अ/ययन नीति निर्माताओं को शेखावाटी क्षेत्र में सतत विकास और जैव विविधता संरक्षण के संतुलन हेतु मार्गदर्शन प्रदान करता है।
शब्दकोशः शेखावाटी, जैव विविधता, ग्रामीण क्षेत्र, शहरी क्षेत्र, भौगोलिक कारक।