ISO 9001:2015

सोशल मीडिया पर बिताए गए समय और किशोर के कल्याण के बीच संबंध

प्रीति सोनी एवं डॉ. मीता झा (Preeti Soni & Dr. Meeta Jha)

यह अध्ययन मुख्यतः यह तथ्य पर केंद्रित है कि सोशल मीडिया के उपयोग का किशोरों के शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और सामाजिक स्वास्थ्य एवं कल्याणपर क्या प्रभाव पड़ता है। वर्तमान डिजिटल युग में, सोशल मीडिया किशोरों की दिनचर्या का अहम हिस्सा बन गया है, जो उनके व्यवहार, सोचने के तरीके और मानसिक स्थिति को प्रत्यक्षक और अप्रत्यक्षक रूप से प्रभावित करता है।13 से 19 वर्ष की आयु के किशोरों पर किए गए इस अध्ययन में उनके सोशल मीडिया का उपयोग, स्क्रीन टाइम और इसके प्रभावों का विश्लेषण किया गया। डेटा संग्रह के लिए सर्वेक्षण, साक्षात्कार और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मापदंडों का उपयोग किया गया। अध्ययन में पाया गया कि जो किशोर सोशल मीडिया पर 4-6 घंटे व्यतीत करते हैं, उनमें तनाव, चिंता और आत्मविश्वास की कमी जैसी समस्याएं अधिक पाई गईं। वहीं, संतुलित उपयोग करने वाले किशोरों में ज्ञानार्जन और सामाजिक जुड़ाव की प्रवृत्ति सकारात्मक प्रवृत्ति देखी गई है। अध्ययन ने निष्कर्ष निकाला कि सोशल मीडिया का प्रभाव उपयोग के तरीके और समय प्रबंधन पर निर्भर करता है। इस दिशा में किशोरों और उनके माता-पिता को डिजिटल जागरूकता और स्क्रीन टाइम के प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। यह शोध किशोरों के समग्र कल्याण को समझने और उनके जीवन को संतुलित बनाने के लिए उपयोगी कदम उठाने में मददगार सिद्ध हो सकता है।

शब्दकोशः सोशल मीडिया, किशोर एवं कल्याण स्क्रीन टाइम, मानसिक स्वास्थ्य, डिजिटल जागरूकता।
 


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