इतिहास गवाह है कि महिलाओं ने न सिर्फ आजादी के महायज्ञ में अपनी आहुति दी है बल्कि राजनीतिक क्षेत्र में भी अपना परचम फहराया है उनकी इस भूमिकाओं को जानने के लिए यह शोध किया गया है। इस शोध का उद्देश्य ग्रामीण एंव शहरी महिलाओं के मतदान व्यवहार एवं राजनैतिक क्षेत्र में उनकी भूमिका का तुलनात्मक अ/ययन करना था यह अ/ययन वाराणसी जिले के 4 शहरी एंव 4 ग्रामीण क्षेत्र की महिला मतदाताओं पर किया गया है। वाराणसी जिले का चयन उद्देश्यपरक विधि द्वारा किया गया है। क्षेत्र चयन के अन्तर्गत सर्वप्रथम, भारत एक सबसे बड़ा लोकतान्त्रिक देश है. एवं इसमें मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है। इसलिये भारत देश के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश में स्थित वाराणसी जिले का चयन किया गया है। इस तुलनात्मक अ/ययन में कुल मिलाकर 8 क्षेत्रों, 4 शहरी एंव 4 ग्रामीण क्षेत्र का चयन उद्देश्यपरक विधि द्वारा किया गया है 8 क्षेत्रों से कुल 400 प्रतिदर्श के आकार का चयन किया गया है जिसमें 217 ग्रामीण व 183 शहरी क्षेत्र से लिये गये हैं प्रतिदर्श के आकार का चयन यामिन्स सूत्र से किया गया है आँकड़ा संग्रह एंव साक्षात्कार, यादृच्छिक विधि द्वारा किया गया है। इस अ/ययन के परिणाम में यह पाया गया कि, मतदान सम्बन्धित व्यवहार एवं राजनीतिक क्षेत्र सम्बन्धित कार्येां मंे शहरी महिलाओं की अपेक्षा ग्रामीण महिलाओं की भागीदारी एवं योगदान अधिक है, शहरी महिलाओं की अपेक्षा ग्रामीण महिलायें बेहतर स्थिति में है। 90.8 प्रतिशत ग्रामीण महिलाएं राजनैतिक गतितिधियों में बढ.चढ़कर भाग लेती हैं, जागरुकता भी अधिक पाया गया जो कि शहरी महिलाआंे के प्रतिशत से अधिक है। ग्रामीण महिलाओं का मतदान व्यवहार में भागीदारी भी सराहनीय रही एव सकारात्मक व सुखद परिणाम पाया गया। यह बहुत ही आश्चर्यजनक तथ्य पाया गया कि जो सामान्य मानसिकता व विचार धारा समाज में बनी हुई है। शिक्षित शहरी महिलायें अधिक सक्रिय, जागरूक है, परन्तु अ/ययन में ठीक इसके विपरीत परिणाम देखा गया। निम्नतम शिक्षा, संसाधनों के बावजूद, रसोईं एंव कृषि कार्याें में व्यस्तता के बाद भी उनकी सहभागिता की अधिक है एवं जानकारी व सहभाग करने की ललक भी अधिक है वहीं दूसरी ओर शहरी क्षेत्र की महिला शिक्षा साधन सम्पन्न होने के बावजूद भी उनमें उदासीनता एवं अरूचि देखी गई।
शब्दकोशः ग्रामीण, शहरी, जागरूकता, भागीदारी, महिला, मतदाता, प्रतिशत लोकतत्रं सहभागिता, राजनैतिक उत्तरदात्रियां।