भारत एक लोकतांत्रिक देश है। लोकतंत्र सभी मनुष्यों की समानता, सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तन में भाग लेने के उनके अधिकार और सम्मान के साथ जीवन जीने के अधिकार पर निर्भर करता है। पंचायती राज व्यवस्था लोकतंत्र की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। प्राचीन काल से ही भारत में गांव हमेशा से प्रशासन की बुनियादी इकाई रहे है। पंचायत हमारी भारतीय सभ्यता और संस्कृति की पहचान है। वर्तमान समय की ग्राम सभा, पंचायत का महत्वपूर्ण अंग है। ग्राम सभा इस विचार का मूर्त रूप है कि केवल जनभागीदारी से ही सफलता मिल सकती है। अमूर्त ग्राम सभा विकेन्द्रीकृत सहभागी लोकतंत्र के लिए संस्थागत आधार है। ग्राम सभा के महत्व को समझते हुए लोगों को इसके प्रति जागरूक करना अत्यन्त आवश्यक है। ग्राम सभाऐं अभी तक इतनी कार्यात्मक नहीं है। इसकी नियमित बैठकें नहीं होती है। पंचायती राज व्यवस्था को सफल बनाने के लिए ग्राम सभा का मजबूत होना अत्यन्त आवश्यक है।
शब्दकोशः पंचायती राज व्यवस्था, लोकतंत्र, निर्वाचित प्रतिनिधि, स्थानीय स्वशासन।