आधुनिक वैश्विक अर्थव्यवस्था में पर्यटन उद्योग एक तेजी से विकसित हो रहा क्षेत्र है, जो किसी भी राष्ट्र की सामाजिक-आर्थिक उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान देता है। सूचना प्रौद्योगिकी (आई.टी.) के प्रसार और स्टार्टअप संस्कृति के उदय ने पर्यटन उद्योग को नई दिशा प्रदान की है। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स, ऑनलाइन बुकिंग पोर्टल्स, मोबाइल एप्लिकेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (।प्), वर्चुअल रियलिटी (टत्) तथा ऑगमेंटेड रियलिटी (।त्) जैसी तकनीकों ने पर्यटकों के अनुभव को अधिक सुलभ, पारदर्शी और आकर्षक बना दिया है।भारत के रूप में विविधतापूर्ण और विशाल देश में आई.टी. आधारित समाधान पर्यटन सेवाएँ अधिक कुशल और सुविधाजनक बना रहे हैं। स्टार्टअप्स इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं, क्योंकि वे नए व्यावसायिक मॉडल अपनाकर स्थानीय उद्यमिता को उज्ज्वल बना रहे हैं। ’’स्टार्टअप इंडिया’’ जैसे सरकारी अभियानों ने पर्यटन-केंद्रित स्टार्टअप्स को बढ़ावा दिया है, जिससे रोजगार सृजन, क्षेत्रीय विकास और विदेशी मुद्रा अर्जन में वृद्धि हुई है।आई.टी. और स्टार्टअप्स के सम्मिलित प्रयासों ने न केवल पर्यटकों को यात्रा, आवास और परिवहन की ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध कराई है, बल्कि डिजिटल पेमेंट्स, डेटा सुरक्षा और ग्राहक सहायता सेवाओं को भी सशक्त बनाया है। साथ ही, स्मार्ट टूरिज्म और ई-टूरिज्म की अवधारणा ने पर्यटन उद्योग को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के स्तर तक पहुँचाया है।हालाँकि, इस क्षेत्र में साइबर सुरक्षा, डेटा गोपनीयता, ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकी अवसंरचना की कमी जैसी चुनौतियाँ भी मौजूद हैं। फिर भी, भविष्य में आई.टी. और स्टार्टअप्स के सामंजस्य से पर्यटन उद्योग में सतत विकास, निवेश वृद्धि और अधिकतम पर्यटक संतुष्टि सुनिश्चित की जा सकती है।
शब्दकोशः पर्यटन उद्योग, सूचना प्रौद्योगिकी, स्टार्टअप्स, ई-टूरिज्म, स्मार्ट टूरिज्म, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल इंडिया, उद्यमिता विकास।
Article DOI: 10.62823/IJEMMASSS/7.3(II).7919