राजस्थान की रंग बिरंगी संस्कृति, किले, हवेलियाँ, महल और मेलों के साथ यहाँ के त्यौहार रीति-रिवाज परम्पराएँ इसकी खास पहचान है। राजस्थान के आधिक विकास में पर्यटन की कॉफी संभावनाएंे है। राजस्थान को विकसित प्रदेश बनाने की कल्पना को साकार करने के लिए पर्यटन के क्षेत्र में सभावनाएँ बनानी होगी। यदि राजस्थान में पर्यटन क्षेत्र पर ध्यान दिया गया तो इसे बूस्ट मिलेगा और राजस्व और रोजगार में वृद्धि होना तय है। वर्तमान में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से यहाँ लगभग 10 लाख लोग पर्यटन उद्योग से जुड़े हैं। जैसाकि कुछ साल पहले केन्द्रिय वित्त आयोग के दल ने कहां था कि राजस्थान में पर्यटन से आर्थिक विकास की बहुत अधिक संभावनाऐं है। पर्यटन को उद्योग का दर्जा मिलने से इस दिशा में कुछ काम अवश्य हुआ है। पर्यटन के उद्योग बनने से यहाँ इकाइयों को बिजली, पानी, एवं नगरीय विकास दर में लाभ मिल रहा है। लेकिन लाभ मात्र 10 प्रतिशत इकाइयों को उपलब्ध है। इसका दायरा बढ़ाने के लिए विकास को ध्यान में रखकर घोषणाओं की आवश्कता है।
शब्दकोशः पर्यटन, आर्थिक विकास, केन्द्रिय वित्त आयोग, राजस्व, रोजगार।